Tuesday 1 January 2019

नव वर्ष

नव वर्ष है
नूतन किरणें

पुष्प भी सब नये नये

नव किसलय दल

नूतन कलियाँ

ओस की बूँद भी नयी नयी

सब कुछ अब नया नया सा हो

पुरातन की छाँव तले

नव निर्माण हो

नयी उड़ान हो 

कुछ परवान नये

कुछ परवाज़ नये

नूतन गान हो

नव जीवन की तान हो

नूतन गाथायें 

नव सृजन करती कईं कवितायें

प्रेम हो सम्मान हो

हर जीव का मान हो

ये नया वक्त मुबारक हो 

ये नव वर्ष मुबारक हो 

©®मधुमिता


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