नव वर्ष
नव वर्ष है
नूतन किरणें
पुष्प भी सब नये नये
नव किसलय दल
नूतन कलियाँ
ओस की बूँद भी नयी नयी
सब कुछ अब नया नया सा हो
पुरातन की छाँव तले
नव निर्माण हो
नयी उड़ान हो
कुछ परवान नये
कुछ परवाज़ नये
नूतन गान हो
नव जीवन की तान हो
नूतन गाथायें
नव सृजन करती कईं कवितायें
प्रेम हो सम्मान हो
हर जीव का मान हो
ये नया वक्त मुबारक हो
ये नव वर्ष मुबारक हो
©®मधुमिता
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