कौन हूं मै?
कौन हूं मै?
क्या नाम है मेरा?
नानी,दादी,चाची,काकी,
बेटी,बहन,पौत्री,बुआ,मासी!
भाभी,मां ,बहु,पत्नी या दासी!
अर्धांगिनी हूं,या हूं सहेली ,
बन कर रह गयी,एक अनसुलझी सी पहेली ।
दायित्व निभाने भर है मेरा काम,
रिश्तों की गलियों में,फिरूँ गुमनाम।
नातों की डोरियों मे ,रही मै उलझी ,
ये ताने बाने ,ना मुझसे सुलझीं,
आखिर क्या हूं मै!
असल में ,कौन हूं मै?
रह गयी हूं ,मै अब भी अनाम,
क्या तुम बता पाओगे, मेरा नाम?
-मधुमिता
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