Friday, 14 April 2017

इबादत


पूजा, अर्चना,
प्रार्थना,
बंदगी उसकी,
इबादत उसकी,
सब उसके बंदों की
खिदमत ही मे है।

©मधुमिता

#सूक्ष्मकाव्य

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