shabdaamrit शब्दामृत-मधुमिता
Friday, 2 June 2017
दोस्त
सब खिसक लेते हैं चुपके से
जब मिलने की बातें चलती हैं,
वो यादें,
वो इरादे
बस महज़ अल्फाज़ बन रह जाते हैं,
कचोट जाने को दिल को कहीं !!
©मधुमिता
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