Monday, 26 June 2017

ईद


इस ईद पर वापस ज़रूर आना
कुछ यादें ताज़ा कर जाना
कुछ बीते लम्हों को घर मेरे ले आना


कुछ मस्ती भरे पल मतवाले मोड़ लाओ
दिल से दिल को जोड़ जाओ
अब की जब ईद पर वापस आओ


वो बोल ज्यूँ कि चाशनी
बचपन वाली नादानी
वो खट्टी मीठी शैतानी 


सब हथेलियों पर मेरे रख जाओ,
ज़रा ईद मुबारक कह जाओ
इस ईद पर जब वापस आओ

©मधुमिता

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