Wednesday, 19 October 2016

मेरे साथी...



 मेरी चूड़ियों  की खनक,

तेरी सांसों की महक,

मीठी पायल की झंकार,

आया करवा चौथ का पावन त्यौहार।



दिल में मेरे पिया का प्यार,

तुझमे ही पाया सारा संसार,

माथे की बिंदिया बन

यूँ ही चमकते रहो,खिलाओ अंतर्मन।



तुम्ही मेरे गले का हार,

तुमसे ही जीवंत, मेरा स्वर्णिम संसार,

तुम्ही तो हो मेरे ढाल, तलवार,

मेरे रक्षक करवाल।



सुयश,शौर्य और दीर्घायु की कामना

करती हूँ सदा मेरे राँझना,

विश्वास,प्रेम और तेरी बाँहों का हार,

यूँ ही रहे सदा बरक़रार..।



दिल मेरा कभी ना तोङना,

मुँह ना मुझसे मोङना,

मेरा हाथ थामे, मेरे हमदम,

साथ चलते रहो मेरे सनम।



मेरा दिल रब से बस मांगे ये दुआ,

हर वक्त मिले बस तू ही मुझे, मेरे पिया,

है यही, बस यही मेरी रब से प्रार्थना,

हर जन्म में मिले तू मुझको ही मेरे ढोलना,

तो तर जाए मेरे इह लोक,परलोक

इस  जनम और जन्मो जन्मान्तर तक....।।

©मधुमिता

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