तो...
क्या रह गया है बाकी अब?
अब क्यों कुछ कहना है बताओ तो!
दूरियाँ बहुत हैं, नही मिट सकती अब।
कहो तो,क्या कहोगे तुम!
गर कह भी लोगे तो,
क्या कर लोगे तुम!
सुन चुकी हूँ बहुत तुमको,
क्या अब बदलेगा बताओ तो!
नही, अब नही सुनूँगी तुमको।
अब नही सुनती मै तुमको,
सुनती जो तुम मेरे होते तो,
मैने तो कब का छोड़ दिया तुमको।
सब बदल चुका है देखो,
दिल भी अब नही धड़कता तो
आसपास होते हो जब तुम देखो।
निज राह चुनो, आगे बढ़ो,
पीछे अब नही देखो तो,
जीवन की नयी तर्ज़ पर जीयो और आगे बढ़ो।
©®मधुमिता
No comments:
Post a Comment